आचारः फलते धर्ममाचारः फलते धनम् ।आचाराच्छ्रियमाप्नोति आचारो हन्त्यलक्षणम्॥
अर्थ : आचार ही धर्मको सफल बनाता है, आचार ही धनरूपी फल देता है, आचारसे मनुष्यको सम्पत्ति प्राप्त होती है और आचार ही अशुभ लक्षणोंका नाश कर देता है ।
आचारः फलते धर्ममाचारः फलते धनम् ।आचाराच्छ्रियमाप्नोति आचारो हन्त्यलक्षणम्॥
अर्थ : आचार ही धर्मको सफल बनाता है, आचार ही धनरूपी फल देता है, आचारसे मनुष्यको सम्पत्ति प्राप्त होती है और आचार ही अशुभ लक्षणोंका नाश कर देता है ।
या पानाची मजकूर तुम्ही कॉपी करू शकत नाही.