आजचे सुभाषित : ७ जुलै २०२०
🚩 आजचे सुभाषितजीवन्तं मृतवन्मन्ये देहिनं धर्मवर्जितम् । मृतो धर्मेण संयुक्तो दीर्घजीवी न संशयः॥ अर्थ : जो मनुष्य अपने जीवन में कोई भी अच्छा काम नहीं करता, ऐसा धर्महीन मनुष्य ज़िंदा…
आजचे सुभाषित
उत्पन्न पश्चात्तापस्य बुध्दिर्भवति यादृशी । तादृशी यदि पूर्वास्यात् कस्य स्यान्न महोदयः ॥ अर्थ : गलती करने पर जो पछतावा होता है, यदि ऐसी बुध्दि गलती करने से पहले आ जाए,…
आजचे सुभाषित, ५ जुलै
मूलं भुजङ्गैः शिखरं प्लवङ्गैः। शाखा विहङ्गैः कुसुमानि भृङ्गैः। आसेव्यते दुष्टजनैः समस्तै र्न चन्दनं मुञ्चति शीतलत्वम्।। अर्थ : चन्दन के मूल में सर्प रहते हैं, शिखर पर बन्दर रहते हैं,शाखाओं पर…
आजचे सुभाषित ०४ जुलै २०२०
सुप्ते त्वयि जगन्नाथ जमत्सुप्तं भवेदिदम्। विबुद्दे त्वयि बुद्धं च जगत्सर्व चराचरम्।। अर्थ : हे प्रभु आपके जगने से पूरी सृष्टि जग जाती है और आपके सोने से पूरी सृष्टि, चर…
आजचे सुभाषित
धनानि भूमौ पशवः हि गोष्ठे नारि गृहद्वारि जनाः श्मशाने । देहश्चितायाम् परलोक मार्गे, धर्मानुगो गच्छति जीवः एकः ।। अर्थ : मनुष्य का शरीर शांत होने पर, धन सम्पदा भूमि पर…
आजचे सुभाषित
दि. २९ जून २०२०, सोमवार देहेऽस्थिमांसरुधिरेऽभिमतिं त्यज त्वं जायासुतादिषु सदा ममतां विमुञ्च। पश्यानिशं जगदिदं क्षणभङ्गनिष्ठं वैराग्यरागरसिको भव भक्तिनिष्ठः॥ अर्थ : अस्थि, मांस और रुधिर आदि पदार्थों से बने हुए इस…
आजचे सुभाषित, २८ जून २०२०, रविवार
आजचे सुभाषित, २८ जून २०२०, रविवार मन एव मनुष्याणां कारणं बन्धमोक्षयोः। बन्धाय विषयासंगो मुक्त्यै निर्विषयं मनः ॥ अर्थ : मन ही मानव के बंधन और मोक्षका कारण है। इन्द्रियविषयासक्त मन…
आजचे सुभाषित, २५ जून २०२०
दुर्लभं त्रयमेवैतदेवानुग्रहेतुकम् | मनुष्यत्वं मुमुक्षुत्वं महापुरुषसंश्रय: || अर्थ : भगवत्कृपा ही जिनकी प्राप्ति का कारण है | ये मनुष्यत्व, मुमुक्षुत्व और महान पुरुषो का संग-ये तीनो भगवत्कृपा के बीना दुर्लभ…
आजचे सुभाषित, २२ जून २०२०
आचारः फलते धर्ममाचारः फलते धनम् ।आचाराच्छ्रियमाप्नोति आचारो हन्त्यलक्षणम्॥ अर्थ : आचार ही धर्मको सफल बनाता है, आचार ही धनरूपी फल देता है, आचारसे मनुष्यको सम्पत्ति प्राप्त होती है और आचार…
आजचे सुभाषित, २१ जून २०२०, रविवार
कृष्टि वृष्टि समा योगा दृश्यन्ते फलसिद्धयः।तास्तु काले प्रदृश्यन्ते नैव काले कथञ्चन ।। अर्थ : जैसे कृषि और वृष्टि का संयोग होने से फल की सिद्धियाँ देखी जाती हैं, किंतु वे…